बहुत थकान लग रही थी और मैं आज जल्दी सो गया। बहुत थकान लग रही थी और मैं आज जल्दी सो गया।
और आज दोस्ती की बदौलत एक श्याम रंग से ग्रसित लड़की आत्मविश्वास से चहकने लगी थी। और आज दोस्ती की बदौलत एक श्याम रंग से ग्रसित लड़की आत्मविश्वास से चहकने लगी थी।
मैं हमेशा उसी रूप में स्मृति के जल से सिंचित करते हुए, सदा ही लहलहाते हुए देखता हूँ। मैं हमेशा उसी रूप में स्मृति के जल से सिंचित करते हुए, सदा ही लहलहाते हुए देखता ...
वहीं तोड़े और अपने घर के तरफ लौट आए। वहीं तोड़े और अपने घर के तरफ लौट आए।
मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं।"-मैंने आशीर्वाद देते हुए उसे विदा किया। मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं।"-मैंने आशीर्वाद देते हुए उसे विदा किया।
अब मुझे सुखद आश्चर्य प्रदान कर रहा था। अब मुझे सुखद आश्चर्य प्रदान कर रहा था।